लू (Sun Stroke) से बचाव के 7 उपाय, कारण,लक्षण
लू लगना, जिसे अंग्रेजी में "Heat Stroke" या "Sun Stroke" कहा जाता है, एक गंभीर स्थिति है जो अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आने से होती है। यह तब होता है जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (104 डिग्री फारेनहाइट) से अधिक हो जाता है, जिससे शरीर के अंगों और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लू लगने के कई लक्षण होते हैं, जैसे तेज बुखार, सूखी और गर्म त्वचा, सिरदर्द, उल्टी, और बेहोशी।
लू(Sun Stroke) लगने के कारण
अत्यधिक गर्मी में रहना: लंबे समय तक धूप में रहने से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।पानी की कमी: शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलने पर यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
शारीरिक गतिविधि: अधिक शारीरिक श्रम करने से भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
लू (Sun Stroke)से बचाव के उपाय
1. पर्याप्त पानी पिएं: हमेशा अपने साथ पानी रखें और नियमित रूप से पिएं।
2. धूप से बचें: जब संभव हो, धूप में जाने से बचें या छाया का उपयोग करें।
3. सही कपड़े पहनें: हल्के और ढीले कपड़े पहनें जो वायु संचार को बढ़ावा दें।
4. सूर्य की चश्मा और टोपी का उपयोग करें: धूप में बाहर जाते समय इनका उपयोग करें।
5. स्वस्थ आहार लें: नमक और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन बढ़ाएं।
6. शारीरिक गतिविधियों को सीमित करें: गर्मी के समय में भारी व्यायाम करने से बचें।
7.सर्दियों में भी सावधानी बरतें: सर्दियों में भी तापमान के अचानक परिवर्तन से सावधान रहें।
लू (Sun Stroke) लगने के लक्षण
उच्च शरीर का तापमान: 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक।
सूखी त्वचा: पसीना नहीं आता।
तेज सिरदर्द और चक्कर आना।
उल्टी या मतली।
बेहोशी या भ्रमित अवस्था।
लू(Sun Stroke) के उपचार
लू लगने की स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। कुछ घरेलू उपचार भी मदद कर सकते हैं:
- कच्चे आम का पना या नारियल पानी पीना।
- ठंडे पानी से स्नान करना।
- एलोवेरा या पुदीने का रस लेना।
इन उपायों को अपनाकर आप लू लगने की स्थिति से बच सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं।
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