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 समाज में विभिन्न रोगों के प्रति जागरूकता पैदा कर उनका उचित उपचार करना। हम रोजमर्रा की जिंदगी में जिन विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं, उनके संकेत और लक्षणों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। हम बीमारी के बिना बेहतर स्वस्थ जीवन के लिए सलाह प्रदान करते हैं। हम संचारी रोग से बचने के लिए स्वास्थ्य संबंधी सुझाव देते हैं। प्रत्येक बीमारी का इलाज संभव है यदि समय रहते उचित उपचार किया जाए तो ब्लॉग का यह पृष्ठ यह जानकारी प्रदान करता है। हम सही दिशा के साथ स्वास्थ्य देखभाल सलाह देते हैं। हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं


Making an awareness about different diseases with it's proper treatment in society. We provide the information about sign and symptoms of different disease from which we suffering from day to day life. We provide advice for better healthy life without disease. We give health tips for avoiding communicable disease. Every disease is treteable at that the with proper treatment at earlier time this page of blog provide this information. We are health care advice with right direction. We are try for 

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हार्ट अटैक के कारण , लक्षण और बचाव के उपाय

हार्ट अटैक के कारण , लक्षण और बचाव के उपाय     हार्ट अटैक, जिसे तकनीकी रूप से मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (MI )कहा जाता है, एक गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति है। यह तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली कोरोनरी धमनियों में से कोई एक या अधिक अवरुद्ध हो जाती हैं। इस लेख में हम हार्ट अटैक के कारण, लक्षण, उपचार और बचाव के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। हार्ट अटैक के कारण हार्ट अटैक के कई कारण होते हैं, जिनमें प्रमुख हैं: उच्च रक्तचाप : लंबे समय तक अनियंत्रित रक्तचाप हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचाता है। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना : धमनियों में वसा जमा होने से रक्त प्रवाह में रुकावट होती है। मोटापा : अधिक वजन से हृदय पर दबाव बढ़ता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान : धूम्रपान से धमनियों में सूजन और ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह : अनियंत्रित शुगर लेवल हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है। तनाव : अत्यधिक तनाव से हृदय पर दबाव बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। बैठे रहने की जीवनशैली : शारीरिक गतिविधि की कमी से हृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न ह...

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  आँखों के चश्मे हटाने की सर्जरी आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में तकनीकी प्रगति के चलते अब आँखों के चश्मे से स्थायी रूप से छुटकारा पाया जा सकता है। आँखों के चश्मे हटाने की सर्जरी को मुख्य रूप से रिफ्रैक्टिव सर्जरी कहा जाता है, जिसका उद्देश्य आँखों की अपवर्तक त्रुटियों (refractive errors) जैसे निकट दृष्टि दोष (myopia), दूर दृष्टि दोष (hyperopia) और दृष्टि की अस्पष्टता (astigmatism) को ठीक करना है। इस प्रक्रिया के माध्यम से व्यक्ति बिना चश्मे या कॉन्टेक्ट लेंस के भी स्पष्ट रूप से देख सकता है। चश्मा हटाने की प्रमुख सर्जिकल विधियाँ आँखों के चश्मे हटाने के लिए विभिन्न सर्जिकल विधियाँ उपलब्ध हैं। इनमें से सबसे सामान्य और लोकप्रिय विधियाँ हैं: 1. लेसिक सर्जरी (LASIK - Laser-Assisted in Situ Keratomileusis) : लेसिक सर्जरी सबसे अधिक प्रचलित और सफल विधि है। यह एक लेज़र तकनीक पर आधारित प्रक्रिया है जिसमें कॉर्निया (आँख की सतह) को पुनः आकार दिया जाता है ताकि आँख के अंदर प्रकाश सही रूप से अपवर्तित हो और व्यक्ति स्पष्ट रूप से देख सके। प्रक्रिया: सबसे पहले एक माइक्रोकेराटोम नामक यंत्र की मदद से कॉर्न...

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